तीर्थ यात्राओं के लिए जाना अर्थात् तीर्थ लाभदायक नहीं है और यह भक्ति की सही विधि नहीं है। वे व्यर्थ हैं और किसी भी तरह के तीर्थयात्रा पर जाने से लोग पाप और कमा/एकत्रित कर लेते हैं। यह गरीब दास जी महाराज द्वारा दिया गया कबीर साहब जी का सत्य ज्ञान है।
तीर्थ यात्राओं के लिए जाना अर्थात् तीर्थ लाभदायक नहीं है और यह भक्ति की सही विधि नहीं है। वे व्यर्थ हैं और किसी भी तरह के तीर्थयात्रा पर जाने से लोग पाप और कमा/एकत्रित कर लेते हैं। यह गरीब दास जी महाराज द्वारा दिया गया कबीर साहब जी का सत्य ज्ञान है।