Way of Living | Sant Rampal Ji | Web Video Series
Published on Apr 22, 2019
A person’s journey of life begins at birth. His/her destination is pre-determined. Here in this holy book, there is a detailed description of the path of a person’s journey of life. The goal of a human being (man/woman) is attainment of salvation. Ruined families will become prosperous after reading this book. A family that will have this book [...] Read more
Without Worship there is no Respite
Published on May 8, 2018
Bin updesh achambh hai, kyon jivat hain praan | Bhakti bina kahan thaur hai, ye nar naahin paashaan || God Kabir is saying that – O innocent man! I am surprised that with which hope you are living without taking initiation from a Guru. Even your body is not yours; you will have to abandon this as well when you die. Then how can the wealth be [...] Read more
सांसारिक चीं-चूं में ही भक्ति करनी पड़ेगी
Published on Dec 18, 2017
एक थानेदार घोड़ी पर सवार होकर अपने क्षेत्रा में किसी कार्यवश जा रहा था। ज्येष्ठ (श्रनदम) का महीना, दिन के एक बजे की गर्मी। हरियाणा प्रान्त। एक किसान रहट से फसल की सिंचाई कर रहा था। बैलों द्वारा कोल्हू की तरह रहट को चलाया जाता था। बाल्टियों की लड़ी (ब्ींपद) जो पूली (चक्री) के ऊपर चलतीथी जिससे कूंए से पानी निकलकर खेत में जाने वाली नाली में गिरता था। [...] Read more
तम्बाकू से गधे-घोड़े भी घृणा करते हैं
Published on Dec 18, 2017
एक दिन संत गरीबदास जी (गाँव-छुड़ानी, जिला-झज्जर वाले) किसी कार्यवश घोड़े पर सवार होकर जींद जिले में किसी गाँव में जा रहे थे। मार्ग में गाँव मालखेड़ी (जिला जींद) के खेत थे। उन खेतों में से घोड़े पर बैठकर जा रहे थे। गेहूँ की फसल खेतों में खड़ी थी। घोड़ा रास्ता छोड़कर गेहूँ की फसल के बीचों-बीच चलने लगा। खेतों में फसल के रखवाले थे। वे लाठी-डण्डे लेकर दौड़े और [...] Read more